इससे पहले कि हम विभिन्न प्रकार के बुखार और लक्षणों के बारे में पढ़ें, हमारा सुझाव है की आप डेंगू बुखार के बारे में प्राथमिक जानकारी रखें ।
डेंगू बुखार क्या है
डेंगू बुखार एक वायरल संक्रमण है जो डेंगू वायरस के कारण होता है जो की संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से फैलता है।
अचानक बुखार की शुरुआत जो 3 से 7 सात दिनों तक रहता है
विशेष रूप से [ मुख्यतः] आंख के पिछले हिस्से में तेज सिरदर्द
विशेष रूप से घुटनों, टखनों, कोहनी, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द का अनुभव होना
आप मुंह में अप्रिय स्वाद, भूख न लगना जो अक्सर पेट दर्द, उल्टी और दस्त के साथ होती है, से भी पीड़ित हो सकते हैं ।
वयस्क और बड़े बच्चों में ये लक्षण दिखाई देते हैं जबकि छोटे बच्चे अक्सर कोई लक्षण नहीं दिखाते हैं।
डेंगू रक्तस्रावी [ हैमरेजिक ]बुखार क्या है ?
डेंगू रक्तस्रावी बुखार को गंभीर डेंगू भी कहा जाता है। मच्छर जनित वायरल संक्रमण डेंगू कभी-कभी संभावित घातक रूप में विकसित होता है जिसे डेंगू रक्तस्रावी बुखार कहा जाता है। डेंगू रक्तस्रावी बुखार को पहली बार 1950 में फिलीपींस और थाईलैंड में डेंगू महामारी के दौरान पहचाना गया था। आज, गंभीर डेंगू पूरे एशियाई और लैटिन अमेरिकी देशों को प्रभावित करता है और इन क्षेत्रों में बच्चों और वयस्कों के बीच अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु का एक प्रमुख कारण बन गया है। इसके लक्षण डेंगू बुखार के समान हैं लेकिन यह डेंगू बुखार की तुलना में गंभीर हो सकता है। यह आमतौर पर ऐसे व्यक्ति को होता है जिसे एक से अधिक बार डेंगू हो चुका हो लेकिन अधिकांश मरीज जल्दी ठीक हो जाते हैं यदि वे उचित चिकित्सा उपचार का पालन करते हैं।
बुखार के बाद, लगभग दो से पांच दिनों तक, नीचे दिए गए के लक्षण दिखाई देने लगते हैं, लेकिन बुखार कम होने पर वे कम होने लगते हैं
इसका समय पर इलाज न होने पर प्लाज्मा लीक होने, तरल पदार्थ के संचय, श्वसन संकट, गंभीर रक्तस्राव, या अंग की दुर्बलता के कारण घातक उलझने पैदा होने की संभावना है।
डेंगू शॉक सिंड्रोम क्या है ?
शॉक सिंड्रोम डेंगू संक्रमण की एक खतरनाक स्तिथि है जिसमें मृतकों की संख्या अधिक है। डेंगू शॉक सिंड्रोम की शुरुआत नाटकीय हो सकती है परन्तु जल्दी ही ये घातक स्वरुप धारण कर लेता है। यदि आप डेंगू शॉक सिंड्रोम के संकेतों और लक्षणों के बारे में जानते हैं जो डेंगू रक्तस्रावी बुखार के बाद शुरू होता है तो रोगी उचित चिकित्सा उपचार से बच सकता है।
डेंगू शॉक सिंड्रोम के लक्षण:
उपर्युक्त सभी चार और संचार विफलता के सबूत द्वारा व्यक्त होनेवाले
डेंगू के खिलाफ निवारक उपाय/ रोकथाम-संबंधी उपाय
सुरक्षा की दिशा में पहला कदम है आपके शरीर में डेंगू के वायरस को न आने देना और खुद को और अपने परिवार को यह बीमारी फैलाने वाले एडीज मच्छर के काटने से सुरक्षित रखना।
घर के बाहर मच्छरों से 8 घंटे की सुरक्षा के लिए पर्सनल रिपेलेंट जैसे गुडनाईट फैब्रिक रोल-ऑन के सिर्फ 4 डॉट्स अपने कपड़ों पर लगाएं । घर के अंदर गुडनाइट एक्टिव+ सिस्टम के साथ अपने परिवार की सुरक्षा को सुनिश्चित करें। दिन में भी इसका उपयोग करें क्योंकि डेंगू के मच्छर ज्यादातर सुबह और दोपहर में काटना पसंद करते हैं।
डेंगू के खिलाफ लड़ाई में अपना सर्वश्रेष्ठ कदम उठाएं । डेंगू और चिकनगुनिया से अपने बच्चे को सुरक्षित रखने के लिए यहां 7 सुझाव दिए गए हैं