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Mommy Zone October 22, 2018

गभर्वती महिलाएं ज़ीका वायरस से कैसे बचें- एक डॉक्टर की सलाह

वर्ष 2016 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ज़ीका वायरस को लेकर दुनिया भर में आपात चिकित्सा स्थिति की घोषणा की थी। हालांकि ज़ीका वायरस के बहुत ज़्यादा नए मामले सामने नहीं आए हैं लेकिन यह वायरस गर्भवती महिलाओं और अन्य लोगों के लिए एक गंभीर ख़तरा है। इस वायरस से प्रभावित गर्भवती महिलाओं से पैदा होने वाले बच्चों में जन्म से ही कुछ बीमारियां पाई गई हैं।

 

ज़ीका वायरस क्या है?

ज़ीका वायरस मच्छर से फैलने वाली बीमारी है जो एडीज मच्छर के काटने से फैलती है। इसी मच्छर के ज़रिए डेंगू, चिकनगुनिया, और पीला बुख़ार जैसी बीमारियां भी फैलती हैं।

 

ज़ीका वायरस कैसे फैलता है?

अगर इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति को मच्छर काट ले तो यह वायरस उस मच्छर में चला जाता है और जब यह मच्छर किसी दूसरे व्यक्ति को काटता है तो यह वायरस व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाता है। इस तरह यह वायरस फैलता रहता है। वायरस से प्रभावित गर्भवती महिलाओं के बच्चों को भी इसका संक्रमण हो सकता है। यह वायरस यौन संबंधों से भी फैल सकता है। प्रभावित व्यक्ति के लार, ख़ून, पेशाब, और आंखों के तरल में भी यह वायरस पाया गया है।

 

ज़ीका वायरस के लक्षण

इससे प्रभावित अधिकांश लोगों में कोई लक्षण नज़र नहीं आता। कुछ लोगों ( 5 में से 1 व्यक्ति) में निम्नलिखित लक्षण नज़र आते हैं। ये लक्षण बेहद मामूली से लेकर बहुत गंभीर भी हो सकते हैं:

  • बुख़ार
  • सिरदर्द
  • लाल चकत्ते
  • जोड़ो का दर्द
  • मांसपेशियों का दर्द
  • पिंक आई या कंजेक्टिवाइटिस

ये लक्षण मच्छर के काटने के 3-14 दिनों के भीतर कभी भी दिखाई दे सकते हैं और कुछ दिनों से लेकर एक हफ्ते तक बने रह सकते हैं।

 

ज़ीका और गर्भावस्था

इस वायरस के कारण गर्भ में पल रहे बच्चे के दिमाग पर गंभीर असर हो सकता है। इसके कारण माइक्रोसेफली ( बहुत छोटे आकार के सिर के साथ बच्चों का जन्म होना), दिमाग को नुकसान, और गुलियन बेरी सिंड्रोम ( इसमें स्वस्थ्य तंत्रिका कोशिकाओं पर व्यक्ति का प्रतिरक्षा तंत्र ही हमला कर देता है) जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इस वायरस के कारण गर्भपात और मरे हुए बच्चे का जन्म लेना जैसी गंभीर स्थिति भी पैदा हो सकती है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को ज़ीका वायरस से प्रभावित इलाकों से दूर रहने की सलाह दी जाती है।

 

उपचार

ज़ीका वायरस के इलाज के लिए कोई टीका या दवाई/ उपचार उपलब्ध नहीं है।

 

ज़ीका वायरस की रोकथाम

इससे बचने का सबसे बेहतर उपाय यही है कि मच्छरों के काटने से बचा जाए। सबसे अच्छा है कि घर में मच्छरों को ना आने दिया जाए। मच्छरों को रोकने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:

  • गुडनाइट फ़ैब्रिक रोल-ऑन का प्रयोग करें, ये सुरक्षित होने के साथ मच्छरों को दूर रखने में काफी प्रभावी है। हर्बल उत्पादों से बना होने के कारण यह गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों के लिए भी पूरी तरह सुरक्षित है। इसे कपड़ों या आपके आस-पास लगाया जा सकता है। इससे आठ घंटों तक मच्छरों को दूर रखा जा सकता है।
  • घर के अंदर रहें और घर के दरवाजों और खिड़कियों पर जाली ज़रूर लगवाएं, जिससे इन मच्छरों को अंदर आने से रोका जा सके। गुडनाइट पावर एक्टिव+ सिस्टम जैसे उत्पादों का प्रयोग करें।
  • शरीर के अधिकतर हिस्से को पूरी बाँह की शर्ट, पैंट, मोजे और जूतों से ढ़क कर रखें। जिससे शरीर का कोई हिस्सा खुला ना रहे। गुडनाइट कूल जेल का प्रयोग करें।
  • अपने घर के आस-पास सफाई रखें। मच्छरों के पैदा होने वाली जगहों जैसे जमा पानी, फ्लावर पॉट, पुराने टायरों आदि पर नज़र रखें।

 

मच्छर के काटने से खुद को बचाना ही ज़ीका वायरस से बचने का उपाय है। इसलिए मच्छरों से बचने के लिए सभी जरूरी उपाय अपनाएं, जिससे आप और आपके बच्चे सुरक्षित और स्वस्थ्य रह सकें।

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